आत्मनिर्भर भारत अभियान *{ PM Modi Announced 20 Crore Relief Package }*

आत्मनिर्भर भारत अभियान : भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी आज राष्ट्र के नाम पांचवा संदेश दिया जिसमें उन्होंने अर्थव्यवस्था को लेकर काफी महत्वपूर्ण सुझाव दिए इसमें सबसे प्रमुख चर्चा का विषय आत्मनिर्भर भारत अभियान (Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan) है। इस अभियान के तहत 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज सभी स्मॉल बिजनेसेस मीडियम बिजनेसेस किसान, गरीब, मजदूर सभी को लाभ प्रदान किया जाएगा। ज्ञात हो कि लोक डाउन 17 मई तक फिलहाल प्रभावी है लेकिन प्रधानमंत्री जी ने देश को संबोधित करते हुए लोक डाउन 4 को लागू करने के संकेत भी दिए हैं।  लेकिन यह लोक डाउन  नए नियमों के साथ लागू किया जाएगा।

लोक डाउन की स्थिति में अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिए Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan के तहत 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई है। जिससे छोटे कुटीर उद्योग, मध्यम उद्योग फिर से शुरू हो सके एवं निर्माण कार्यों को गति मिल सके।
Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan


    आत्मनिर्भर भारत अभियान (योजना) क्या है ?

    प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत को आत्म निर्भर बनाना बहुत जरुरी है ताकि हमे भविष्य में कोरोना जैसी महामारी से लड़ने का संबल मिले एवं भारत प्रगति के पथ पर अग्रसर हो। इसके लिए देश के सब से अंतिम व्यक्ति से इसकी शुरुआत करनी होगी। भारत आत्मनिर्भर तभी बनेगा जब छोटे उद्योगों को बढ़ावा दिया जायेगा। साथ ही लघु एवं सीमांत उद्योगों को ब्रांड बनाया जायेगा। इसके लिए यह कोरोना महामारी एक अवसर सिद्ध हो सकती है कि हम अपने उद्योगों में स्वदेशी उत्पादों का निर्माण करें एवं भारत को आत्म निर्भर बनाये।
    आत्मनिर्भर भारत अभियान राहत पैकेज
    योजना आत्मनिर्भर भारत अभियान
    किसके द्वारा शुरू की गई श्री नरेंद्र मोदी(प्रधानमंत्री)
    लाभार्थी देश का प्रत्येक नागरिक
    उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा एवं खुशहाली
    शुभारंभ 12 मई 2020
    पैकेज की कुल धनराशि 20 लाख करोड़ रुपए

    आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत दिए जायेंगे 20 लाख करोड़ रूपये

    सभी तरह के छोटे बड़े उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एवं निर्माण कार्यो को प्रोत्साहित करने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की गयी है जिसके माध्यम से छोटे उद्योगों को ऋण दिया जायेगा ताकि वे अपना business start कर सके। इस अभियान के तहत भारत सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ रूपये के रहत पैकेज की घोषणा की गयी है।

    यह राहत पैकेज (Relief Package) भारत की कुल जीडीपी का 10% है इससे पहले जापान अपनी जीडीपी का 21%, अमेरिका 13%, स्वीडन 12%, और जर्मनी 10.7%  के बराबर आर्थिक पैकेज की घोषणा कर चुके हैं।

    आत्मनिर्भर भारत अभियान का उद्देश्य (Objectives)

    इस अभियान की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने छोटे उद्योगों को लेकर काफी सारी बातें बताइए उन्होंने कहा कि "आज भारत फिर से विकास की ओर सफलतापूर्वक कदम बढ़ा रहा है तब भी विश्वकल्याण की राह पर अटल है इस शताब्दी के शुरुआत के समय y2k संकट आया था भारत के वैज्ञानिकों ने दुनिया को इस संकट से निकाला था आज हमारे पास साधन सामर्थ्य है दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे अपनी क्वालिटी को और बेहतर करेंगे सप्लाई चैन को और आधुनिक बनाएंगे यह हम कर सकते हैं हम जरूर करेंगे"।

    प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आगे बताया कि भारत आत्मनिर्भर तभी बन सकता है जब इसके मुख्य 5 पिलर्स को जमीनी तौर से मजबूत बनाया जाए।
    1. पहला पिलर - इकोनामी : मोदी जी ने बताया कि भारतीय इकोनॉमी इंक्रीमेंटल चेंज नहीं बल्कि क्वांटम जंप लाए। 
    2. दूसरा पिलर - इन्फ्रास्ट्रक्चर : एक ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर जो पूर्णतया आधुनिक हो। 
    3. तीसरा फिलर - सिस्टम : हमें अपने देश में एक ऐसा सिस्टम बनाना होगा जो पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर आधारित हो। 
    4. चौथा पिलर - डेमोग्राफी : डेमोग्राफी के लिए दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के डेमोग्राफी आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है। 
    5. पांचवा पिलर- डिमांड - हमें डिमांड को समझना होगा साथ ही डिमांड को पूरा करने के लिए प्रोडक्शन को बढ़ाना होगा। उत्पादन बढ़ाने के लिए छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना जरूरी है
    भारत आत्मनिर्भर तभी बन सकेगा जब उत्पादों का निर्माण किया जायेगा और आयत पर निर्भरता कम की जाएगी एवं निर्यात को बढ़ाया जायेगा। यह तभी संभव है जब भारत में निर्माण उद्योगों को बढ़ावा दिया जाये एवं local products को as a brand establish किया जाये। और आत्मनिर्भर भारत अभियान तभी सफल हो पायेगा।

    Post a Comment

    1 Comments

    1. आपने अच्छा आर्टिकल लिखा है। यह भारत के निवासियों के लिए एक बड़ा कदम है। लेकिन इसके लिए हमें आधारभूत संरचना पर और विशेष कर सामाजिक संरचना पर ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षा स्वास्थ्य मानव पूंजी जीवन की गुणवत्ता आदि मुख्य क्षेत्र है। अभी सरकार आर्थिक पहलू पर ध्यान केंद्रित कर रही है किन्तु अंतत सामाजिक संरचना पर गंभीरता से कार्य करना पड़ेगा।
      Please refer this article-
      https://stepforwardclasses.com/kerala-model/

      ReplyDelete

    हम स्पैम टिप्पणियों के प्रति काफी सख्त है इसलिए टिप्पणियों में लिंक ना जोड़े।